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Green House Farming Kaise Start Karein? Step-by-Step Guide!

परिचय – 

क्या आपने कभी सोचा है की बाज़ार में सब्जियाँ उनके मौसम से पहले ही कैसे आ जाती है? या कोई सब्ज़ी हमें बाज़ार में पूरे साल कैसे मिलती रहती है ? नहीं | तो हम बताते है आपको यह सब ग्रीन हाउस फार्मिंग की वजह से होता है | ग्रीन हाउस फार्मिंग एक आधुनिक खेती की विधि है जिसमे फसलें नियंत्रित वातावरण में उगाई जाती हैं, इससे फसलों की गुणवत्ता और उत्पादन बढ़ता है।

तो आइये आज जानते है ग्रीन हाउस फार्मिंग के बारे में –  ये क्या है, इसके फायदे क्या है, इसके प्रकारो के बारे में और किस प्रकार एक किसान इसकी शुरुआत कर सकता है | 

ग्रीन हाउस फार्मिंग क्या है – 

ग्रीन हाउस फार्मिंग एक आधुनिक खेती की विधि है। इसमें फसलें एक नियंत्रित वातावरण में उगाई जाती हैं। यह फसलों को सूर्य की किरणों से बचाता है और उन्हें सही तापमान में रखता है। इसमें ग्रीन हाउस नामक सरंचना का उपयोग किया जाता है ताकि तापमान, नमी, प्रकाश और हवा का नियंत्रण किया जा सके, जिससे हमे सालभर अच्छी गुणवत्ता युक्त फसलें मिलती रहें | 

ग्रीन हाउस फार्मिंग का महत्त्व – 

ग्रीन हाउस फार्मिंग आधुनिक खेती का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुकी है, क्योंकि यह बेमौसमी फल – सब्जियों की खेती करने का अवसर प्रदान करती है | जिससे किसान सालभर फसल उगाकर उन्हें बेचकर पैसा कमा सकता है और अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार कर सकता है | 

ग्रीन हाउस फार्मिंग जैविक खेती को भी बढ़ावा देती है, क्योंकि इसमें रसायनों और कीटनाशकों का उपयोग कम किया जाता है | 

साथ ही में इसमें पानी की कम आवयश्कता होती है जिससे पानी बचत होती है | 

कम जगह वाले किसान इस तकनीक को अपनाकर अच्छा पैसा कमा सकते है | 

ग्रीन हाउस के प्रकार – 

ग्रीन हाउस को उनकी सरंचना के हिसाब से निम्न प्रकारो में बांटा गया है – 

1. पॉली-हाउस – इसमें पॉलीथीन शीट का उपयोग किया जाता है, जो सस्ता और हल्का होता है। यह छोटे और मध्यम स्तर के किसानों के लिए सही विकल्प है | 

2. ग्लास-हाउस – इसमें पारदर्शी कांच की शीट्स लगी होती हैं, जो सूर्य की रोशनी को ज्यादा से ज्यादा अवशोषित करती हैं। इसका उपयोग ठन्डे स्थानों पर अधिक किया जाता है | 

3. शेडनेट-हाउस – यह एक प्रकार का खुला ग्रीनहाउस होता है, जिसमें पोधो को कीटों और पक्षियों से बचाने के लिए जाल (नेट) का उपयोग किया जाता है। शेड नेट हाउस कम लागत वाला विकल्प है।

ग्रीन हाउस के लिए जगह का चयन – 

ग्रीनहाउस फार्मिंग को सफल बनाने के लिए सही स्थान का चयन करना बहुत जरूरी है। खेती के लिए स्थान का चुनाव करते समय उसकी जलवायु, मिट्टी की गुणवत्ता, और सूर्य की किरणों को ध्यान में रखना आवयश्क है | तो आइये जानते है की किन – किन  बातों का ध्यान रखना चाहिए – 

1. भूमि की सरंचना – 

ग्रीनहाउस लगाने से पहले भूमि का गहराई से मूल्यांकन करना चाहिए | भूमि समतल होनी चाहिए ताकि हमे ग्रीनहाउस लगाने में कोई समस्या ना हो, जल निकासी में कोई समस्या नहीं होनी चाहिए मिट्टी का उर्वर होना भी जरुरी है ताकि पौधो को आवयश्क पोषक तत्व मिल सके | 

2. जलवायु की स्थिति – 

ग्रीनहाउस फार्मिंग में फसलों की अच्छी पैदावार और बेहतर उत्पादन के लिए तापमान, नमी और हवा का सही संतुलन बनाए रखना बहुत जरूरी होता है। इसलिए, हम जहां भी ग्रीनहाउस बनाना चाहते है हमे वहाँ की जलवायु परिस्थितियों को समझना जरूरी है। जैसे – किसी क्षेत्र में तेज़ हवाएं चलती हैं, तो ग्रीनहाउस की संरचना को मजबूत बनाना होगा ताकि यह सुरक्षित रहे।

ग्रीन हाउस फार्मिंग के लिए, नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, और पोटाश की आवयश्कता होती है, साथ ही स्वच्छ जल भी आवश्यक है। हमे इसमें तापमान और आर्द्रता को नियंत्रित करने के लिए, विशेष उपकरणों का उपयोग करना चाहिए | 

ग्रीन हाउस की संरचना और डिजाइन – 

ग्रीन हाउस फार्मिंग के लिए सही संरचना और डिजाइन चुनना बहुत जरूरी है। इसमें पॉली हाउस, ग्लास हाउस, और शेड नेट हाउस शामिल हैं। इन्हें चुनने के लिए मिट्टी, जलवायु और फसल की जरूरतें देखी जाती हैं।

ग्रीन हाउस बनाने से पहले, किसानों को अपनी जरूरतों का पता लगाना चाहिए। उन्हें ऐसी संरचना और डिजाइन चुननी चाहिए जो उनकी जरूरतों को पूरा करे।

 आवश्यक उपकरण और सामग्री – 

ग्रीनहाउस फार्मिंग को सफलतापूर्वक शुरू करने के लिए कुछ आवश्यक उपकरण और सामग्री की जरूरत होती है। ये उपकरण न केवल फसलों की अच्छी बढ़वार में मदद करते हैं, बल्कि फसल की गुणवत्ता और मात्रा को भी बढ़ाते हैं। 

फ्रेम – ग्रीनहाउस का ढांचा बनाने के लिए गैल्वेनाइज्ड आयरन (GI), एल्युमिनियम, या PVC पाइप का उपयोग किया जाता है। यह संरचना को मज़बूती और स्थायित्व देता है। 

कवरिंग शीट– ग्रीनहाउस को ढकने के लिए पॉलीथीन शीट, पॉलीकार्बोनेट शीट, या ग्लास का उपयोग किया जाता है। यह शीट सूर्य की रोशनी को अंदर आने देती है और तापमान को बनाए रखने में मदद करती है।

नेट- अत्यधिक धूप और कीटों से बचाव के लिए शेड नेट का उपयोग किया जाता है, जिससे फसलों को संतुलित रोशनी और सुरक्षा मिलती है।

ड्रिप इरिगेशन सिस्टम – यह पानी की बचत करते हुए फसलों की जड़ों तक नमी पहुंचाने में मदद करता है।

हीटर – सर्दी के मौसम में तापमान को बढ़ाने के लिए हीटर का उपयोग किया जाता है।

कूलिंग पैड और फैन – गर्मी के मौसम में ग्रीनहाउस को ठंडा रखने के लिए इनका उपयोग किया जाता है।

सिंचाई और जल प्रबंधन –

ग्रीन हाउस फार्मिंग में सिंचाई और जल प्रबंधन बहुत महत्वपूर्ण है। सिंचाई ही पौधो में पानी की आवयश्कता को पूरा करके उनकी अच्छी बढ़वार करने में मदद करती है | हमे सिंचाई के लिए ऐसी तकनीकों का उपयोग करना चाहिए जिससे पानी की बचत हो और फसलों की आवयश्कता भी पूरी हो जाए। 

हमे ड्रिप सिंचाई और फर्टिगेशन जैसी तकनीकों का उपयोग करना चाहिए जो पानी को भी बचाती हैं और फसलों को भी स्वस्थ रखती हैं।

उत्पादन प्रबंधन और देखभाल – 

ग्रीन हाउस फार्मिंग में  उत्पादन प्रबंधन और फसलों की देखभाल बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह फसल की गुणवत्ता और उत्पादकता को सीधे प्रभावित करती है | फसल प्रबंधन में  फसल की देखभाल, सिंचाई, और तापमान नियंत्रण शामिल हैं।

उत्पादन प्रबंधन के लिए आवश्यक कदम – 

  • फसल की देखभाल और सिंचाई की योजना बनाना
  • तापमान और आर्द्रता को नियंत्रित करना
  • फसल की सेहत की नियमित जांच करना
  • नियमित रूप से उर्वरक देना 

सामान्य समस्याएं और समाधान – 

ग्रीन हाउस फार्मिंग में कई समस्याएं होती हैं जैसे की इनमें तापमान नियंत्रण, आर्द्रता प्रबंधन, और कीट नियंत्रण शामिल हैं। एक सफल खेती के लिए सही समस्या समाधान बहुत जरूरी है।

समस्या समाधान में ऑनलाइन समर्थन, फोन समर्थन, और तकनीकी सलाहकार शामिल हैं। ये समाधान समस्याओं का समाधान करते हैं। इससे फसल उत्पादकता बढ़ती है।

निष्कर्ष –

ग्रीनहाउस फार्मिंग एक आधुनिक खेती की तकनीक है, जो फसलों को सही अनुकूल वातावरण देकर उत्पादन बढ़ाने में मदद करती है। सही स्थान, संरचना और उपकरणों का चयन इसकी सफलता में अच्छी भूमिका निभाता है। यह तकनीक जलवायु नियंत्रण, जल संरक्षण और कीट प्रबंधन में कारगर है, जिससे किसानों को अधिक मुनाफा मिलता है। हालांकि इसमें शुरुआती लागत अधिक हो सकती है, लेकिन लंबे समय में यह एक लाभदायक और टिकाऊ खेती समाधान साबित होती है।

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